5 EASY FACTS ABOUT SHIV CHALISA LYRICSL DESCRIBED

5 Easy Facts About shiv chalisa lyricsl Described

5 Easy Facts About shiv chalisa lyricsl Described

Blog Article

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

Your browser isn’t supported anymore. Update it to find the greatest YouTube working experience and our most current functions. Find out more

अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥

स्वामी एक है shiv chalisa in hindi आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

अर्थ: हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।

सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन

Report this page